हमारा यह गौरवमयी देश है और इसकी स्वर्णिम परम्परा रही है। प्राचीन काल से ही हमारे देश में नारियों के रूप में देवियों की पूजा होती रही है। पर दुख की बात है कि आज हम अपनी परम्परा को भूल गये हैं। आज हमारे देश मे चारो ओर स्त्री भ्रूणों की हत्या हो रही है। यह हमारी परम्परा के नाम पर कलंक है।
हमारा आप सबसे अहवान है कि इस प्रवृत्ति के विरोध में आवाज उठाएं क्योंकि अगर यह प्रवृत्ति नहीं रोकी गयी तो एक दिन इस देश में स्त्री जाति का ही विनाश हो जाएगा।
आप सबका इस बारे में क्या मत है कृपया अपने विचार अवश्य बताएं।
आपकी बात मन को छू गयी।
जवाब देंहटाएंआप नियमित लिखते रहें.. मेरी शुभकामनाएँ!!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया।
शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंस्वागत है लिखते चलिये। दूसरों के चिट्ठौं पर भी टिप्पणी करें ताकि लोग आपको जाने।
जवाब देंहटाएंshukriya Pratishtha aap ke sneh bhare comments ke liye .
जवाब देंहटाएं--Koi nayee post daleeye.
best wishes.
आप की बातों से सहमत हूँ प्रतिष्ठा!नारी ही पुरुष को जन्म देती है.यदि संसार से सभी पुरुषों को समाप्त कर दिया जाए तो भी दुनिया चलती रहेगी,लेकिन यदि सभी स्त्रियों को समाप्त कर दिया जाए तो दुनिया का भी अंत हो जाएगा.
जवाब देंहटाएंआपने बहुत ही अच्छी बात कही है.
आगे भी लिखती रहिये.
शुभ कामनाएं!
prathisthajee aapka vigyanik drusthi bahut hain.mainnasthik blogaajhidekhrahahoon.yeh bahutachchablogshain.
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